रुचिपूर्ण शिक्षण । Interesting Teaching

रुचिपूर्ण शिक्षण के अन्तर्गत बालकों को गीतों खेलों कहानियों आदि के माध्यम से शिक्षण प्रदान किया जाता है यह एक ऐसी विधि है जो शिक्षण को रोचक एवं प्रभावी बनाती है
रुचिपूर्ण शिक्षण के अन्तर्गत बालकों को गीतों खेलों कहानियों आदि के माध्यम से शिक्षण प्रदान किया जाता है यह एक ऐसी विधि है जो शिक्षण को रोचक एवं प्रभावी बनाती है
बाल केन्द्रित शिक्षण: वर्तमान मे बालक की रुचियो रुझानों व क्षमताओं को महत्त्व दिया जाता है बाल केन्द्रित शिक्षण का मुख्य उद्देश्य बालक का सर्वागीण विकास करना है
सहभाग शिक्षण से अभिप्राय शिक्षण प्रक्रिया में शिक्षक एवं शिक्षार्थी की सहभागिता से है। शिक्षण की प्रक्रिया में शिक्षक एवं शिक्षार्थी दोनों ही महत्त्वपूर्ण हैं।.
बहुस्तरीय शिक्षण विधि का अभिप्राय – छात्रों को उपयुक्त विधि से शिक्षण कार्य करना।, छात्रों का विकास रुचि एवं भिन्नताओं के आधार पर करना।
बहुकक्षा शिक्षण (Multiclass Teaching) पद्धति एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें एक अध्यापक एक कक्षा को न पढ़ाकर कई कक्षाओं को एक साथ देखता है।
निदानात्मक एवं उपचारात्मक शिक्षण का अर्थ, परिभाषा, महत्त्व, कार्य क्षेत्र: डॉयगनोसिस का हिन्दी रूपान्तरण है, निदान इसका शाब्दिक अर्थ है मूल कारण अथवा रोग निर्णय
Intelligence Test (बुद्धि-परीक्षण का अर्थ, इतिहास एवं प्रकार)- सन् 1905 में बिने के द्वारा प्रथम परीक्षण के निर्माण के बाद अनेक बुद्धि-परीक्षणों का निर्माण हुआ।
Theories of Intelligence इसमे आप देखेगे- एक खण्ड का सिद्धान्त, द्वि- खण्ड का सिद्धान्त, त्रि-खण्ड का सिद्धान्त, बहु-खण्ड का सिद्धान्त, मात्रा का सिद्धान्त आदि..
Intelligence Quotient(बुद्धिलब्धि)-कोल एवं ब्रूस के शब्दों में-बुद्धि-लब्धि यह बताती है कि बालक की मानसिक योग्यता में किस गति से विकास हो रहा है। – IQ=MA/CAx100
शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था में मानसिक विकास कैसे होता है और इसके क्या क्या चरण हो सकते है इस आर्टिकल में यह बहुत अच्छे से समझाया गया है।