शैशवावस्था: जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल – Infancy

शैशावावस्था काल को मनोविश्लेषण सिद्धांत के प्रतिपादक सिगमंड फ्रायड कहते है “मनुष्य को जो कुछ भी बनना होता है, वह प्रारम्भ के चार-पांच वर्षों में ही बन जाता है।”