उत्तर निष्कर्षण कौशल

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उत्तर निष्कर्षण कौशल
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उत्तर निष्कर्षण कौशल

जिस प्रकार प्रश्न पूछना अध्यापक के लिए आवश्यक है ठीक उसी प्रकार प्रश्न का उत्तर निकलवाना भी एक कला है। क्योंकि कभी कक्षा में ऐसी स्थिति भी देखने को मिलती है कि छात्र प्रश्न को जानता है लेकिन बताने में झिझक रहा है या छात्र को प्रश्न के उत्तर का कुछ अंश आता है अर्थात् वह पूर्ण उत्तर नहीं जानता है ऐसे में शिक्षक को अपनी शिक्षक युक्ति के माध्यम से या उत्तर निष्कर्षण कौशल के माध्यम से वह छात्र से प्रश्न निकलवाता है और शिक्षक ऐसी स्थिति में यदि असफल रहता है तो छात्रों में अधिगम बोधगम्य नहीं होगा ।अतः शिक्षक को उत्तर निकलवाने में दक्ष होना चाहिए।

उत्तर निकलवाना भी एक कला है क्योंकि जब छात्राध्यापक कक्षा में शिक्षण हेतु जाता है तो वह अपनी पाठ योजना में प्रस्तावना प्रश्न, विकासात्मक प्रश्न तथा विश्लेषणात्मक आदि प्रकार के प्रश्न बनाकर ले जाता है लेकिन कक्षा में पहुँचता है और प्रश्न पूछता है तो छात्रों से प्रश्न के उत्तर प्राप्त नहीं होते जो स्वयं चाहता है। ऐसी स्थिति में छात्राध्यापक अपना आत्मविश्वास खो बैठते हैं। ऐसी स्थिति में अध्यापक को आत्म- विश्वास बनाये रखना चाहिए तथा उत्तर निकलवाने के अन्य तरीकों का प्रयोग करना चाहिए।

छात्रों के उत्तर के प्रति शिक्षकों की भूमिका

छात्रो के द्वारा बताये गये उत्तर के प्रति अध्यापकों को निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  1. छात्रों से प्राप्त गलत उत्तर के प्रति भी शिक्षक को सहानुभूति रखनी चाहिए तथा सही उत्तर के लिए प्रेरित करना चाहिए। 
  2. छात्रों द्वारा प्रदत्त उत्तर के तथ्यों में से गलत तथ्यों को स्वीकार करना चाहिए तथा गलत तथ्यों में सुधार करके छात्रों को बताना चाहिए। 
  3. छात्रों द्वारा प्राप्त गलत उत्तर को सहायक प्रश्न (Helping Question) पूछकर उन्हीं से उत्तर निकलवाने का प्रयास करना चाहिए।
  4. छात्रों के प्रश्न का उत्तर ठीक न मिलने पर मारना व पीटना नहीं चाहिए। अन्य छात्रों से सही उत्तर प्राप्त करके उन छात्रों से बार-बार दोहरवाने चाहिए।
  5. छात्रों को सकारात्मक पुनर्बलन अर्थात् सही उत्तर बताने वाले तथा नकारात्मक पुनर्बलन अर्थात् गलत उत्तर देने वाले छात्रों को मिलना चाहिए।
  6. अध्यापक द्वारा छात्रों को उत्तर बताने हेतु प्रेरित करना चाहिए। 
  7. छात्रों को सही उत्तर दोहराने का समय प्रदान करें।
  8. एक समय में एक ही प्रश्न एक छात्र से पूछें अन्यथा अनुशासन नहीं रहेगा तथा कमजोर छात्रों की कमजोरी सामने नहीं आयेगी।
  9. छात्राध्यापक को चाहिए जब छात्र प्रश्न का उत्तर नहीं दे पा रहे हों तो खोजपूर्ण प्रश्न (Problem Question) छात्रों से पूछें और उत्तर निकलवाने का प्रयास करें। 
  10. छात्राध्यापक प्रश्न का उत्तर कहानी, उदाहरण, मॉडल, उद्दीपक के माध्यम से भी आसान तरीके से निकलवा सकते हैं।

उत्तर देते समय ध्यान देने योग्य बातें

उत्तर देते समय निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए –

  1. छात्रों द्वारा उत्तर पूर्ण भाव से युक्त होना चाहिए।
  2. उत्तर में सरल एवं शुद्ध भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
  3. उत्तर पूर्ण वाक्य में होना चाहिए।
  4. उत्तर विषय संगत होने चाहिए इसमें व्यर्थ की बातों को नहीं जोड़ना चाहिए।
  5. उत्तर में एक ही बात को बार-बार नहीं दोहराना चाहिए।
  6. उत्तर में व्याकरण सम्बन्धी अशुद्धियाँ नहीं होनी चाहिए तथा व्याकरणिक नियमों को ध्यान में रखना चाहिए। 
  7. उत्तर अधिक लम्बे नहीं होने चाहिए क्योंकि अधिक लम्बा उत्तर समझने में छात्रों को याद रखने में परेशानी होती है।

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